विकलांग पेंशन योजना (Viklang Pension Yojana) भारत सरकार द्वारा संचालित एक महत्वपूर्ण सामाजिक सुरक्षा योजना है, जिसका उद्देश्य दिव्यांग जनों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत, दिव्यांग व्यक्तियों को प्रतिमाह एक निश्चित राशि पेंशन के रूप में दी जाती है, जिससे उनकी जीवनस्तर में सुधार होता है और उन्हें आर्थिक स्वतंत्रता प्राप्त होती है।
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विकलांग पेंशन योजना का मुख्य उद्देश्य दिव्यांग जनों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करना और उनके जीवन में समृद्धि लाना है। यह योजना उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो शारीरिक या मानसिक रूप से कमजोर हैं और जिनके पास रोजगार के अवसर कम हैं।
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योजना के मुख्य लाभ:
1. आर्थिक सहायता:
इस योजना के तहत, दिव्यांग जनों को प्रतिमाह एक निश्चित राशि पेंशन के रूप में दी जाती है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होती है और वे अपनी रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा कर सकते हैं।
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1. स्वावलंबन की दिशा में एक कदम:
इस पेंशन योजना के माध्यम से, दिव्यांग व्यक्तियों को आर्थिक स्वतंत्रता प्राप्त होती है, जिससे वे अपनी पसंद की गतिविधियों में भाग ले सकते हैं और आत्म-संवेदनशीलता का अनुभव कर सकते हैं।
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1. सामाजिक सुरक्षा:
यह योजना दिव्यांग जनों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करती है, जिससे वे समाज में आत्म-सम्मान के साथ जी सकते हैं और समाज में उनका एक सम्मानजनक स्थान सुनिश्चित होता है।
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विकलांग पेंशन योजना 2024 पात्रता और लाभविकलांग पेंशन योजना 2024 के तहत, निम्नलिखित पात्रता मानदंड और लाभ प्रदान किए जाते हैं:पात्रता मानदंड:1. निवासीय स्थिति:
आवेदक को भारत का स्थायी निवासी होना आवश्यक है।
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1. आयु सीमा:
सामान्यतः, आवेदक की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए। कुछ राज्यों में यह आयु सीमा 21 वर्ष भी हो सकती है।2. विकलांगता की स्थिति:
आवेदक को सरकारी द्वारा मान्यता प्राप्त विकलांगता प्रमाण पत्र होना आवश्यक है। विकलांगता की डिग्री 40% या उससे अधिक होनी चाहिए।3. आर्थिक स्थिति:
कुछ राज्यों में, आय सीमा भी निर्धारित की जाती है। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को प्राथमिकता दी जाती है।
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लाभ:1. पेंशन राशि:
विकलांग पेंशन योजना के तहत, लाभार्थियों को प्रतिमाह एक निश्चित राशि पेंशन के रूप में दी जाती है। राशि राज्य के आधार पर भिन्न हो सकती है, लेकिन यह आमतौर पर ₹500 से ₹2000 प्रति माह तक हो सकती है।